हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम
राम राम हरे हरे।।

"श्री बाँके बिहारी संकीर्तन मंडल"

संक्षिप्त परिचय

आज से लगभग 20 वर्ष पूर्व हमारे “प्रेरणास्पद प्राणाधार श्री बाँके बिहारी जी और उनकी नित्य प्रिया जू परम उदार महाभाव स्वरूपा श्री राधा जी” की असीम करुणा-कृपा से श्री राधा नाम,हरी नाम,भगवान नाम के प्रसार के लिए, सत्य सनातन धर्म की ध्वजा को ओर अधिक उंचाई पर लहराने के लिए और सभी सनातनी भाई बहनों को श्री सत्य सनातन धर्म के प्रति जागरूक और समर्पित करने हेतु संस्था का विधिवत सर्जन किया गया।

संस्था के सर्जन के समय प्रमुख रूप से श्री श्रीबल्लभ लोहानी जी,श्रीमति शकुन्तला नाग जी,श्री राकेश बेदी जी,श्रीमति ईशा भटनागर गई एवम श्री संजय रैना जी ने अथक परिश्रम कर संस्था को बहुत अल्प व्यवस्था के साथ अग्रसर किया। आरंभ में संस्था ने अपने उद्गम स्थान “लाल क्वार्टर कालोनी” गाजियाबाद में 8-10 सनातनी लोगों के साथ श्री राधा नाम संकीर्तन करना आरंभ किया जिसका समय के साथ देश के अन्य भागों में भी विस्तार हुआ।

संस्था द्वारा प्रदत्त सेवायें

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श्री सुंदरकांड पाठ

सुंदरकांड का पाठ करने से व्यक्ति के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. ऐसे में उसके द्वारा किए जाने वाले किसी भी काम का परिणाम हमेशा सकारात्मक ही मिलता है. इसलिए हर घर में सुंदरकांड का पाठ अवश्य करने को बताया गया है. सुंदरकांड का नियमित पाठ करने से व्यक्ति के अंदर से नकारात्मक शक्तियां दूर चली जाती है.

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श्री राधानाम संकीर्तन

वैष्णव सम्प्रदाय में राधा को भगवान कृष्ण की शक्ति स्वरूपा भी माना जाता है , जो स्त्री रूप मे प्रभु के लीलाओं मे प्रकट होती हैं | "गोपाल सहस्रनाम" के 19वें श्लोक मे वर्णित है कि महादेव जी द्वारा जगत देवी पार्वती जी को बताया गया है कि एक ही शक्ति के दो रूप है राधा और माधव (श्रीकृष्ण) तथा ये रहस्य स्वयं श्री कृष्ण द्वारा राधा रानी को बताया गया है।

श्री रामचरित मानस पाठ

रामचरितमानस एक ऐसा धार्मिक ग्रंथ है जिसका नियमित पाठ और इसकी सच्चे मन से की गई पूजा किसी भी व्यक्ति की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करती है। ऐसा माना जाता है कि जिस घर में नियमित रूप से रामचरितमानस का पाठ होता है उस घर में कभी भी कोई परेशानी नहीं आ सकती है और उस घर के लोगों का मन भी साफ होता है।


आगामी कार्यक्रम

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गतवर्षों के कार्यक्रमों की झलकियां